अब सबक सिखाना बाकी है.......
बस कह दिया कहकर जो सबसे बङा गुनाह कर गये
पुछल्लों को मतलब पता नहीं और ताली बजाते रह गये
अफजल को शहीद और तिरंगा को बदनाम कह गये
वतनपरस्तों की शहादत पर दाग दे गये
शर्म आती है देश के जयघोष में जिन्हें, उनको सच्चा देशभक्त कह गये
आग लगाने वालो की कमी नहीं यहाँ, सारे नेता हाथ सेकते रह गये
सबसे बङा जुर्म अपराध माँ के अपमान का, चुपचाप सह गये
#mhicha
सबसे बङा जुर्म अपराध माँ के अपमान का, चुपचाप सह गये
इनके सारे उसूल, गैरत, संस्कार आज गटर में बह गये
आज तो अपनी ही माँ को ये कठुए गंदी गाली दे गये
कैसे जवाब दूँ माँ तुझे, तेरे अपने ही तुझे नोचते रह गये
पर मैं तेरा पूत, माँ तुझे कोई हानि न होने दुँगा
सर काट कर रख दूँ द्रोहियो का, वक्त पर कुर्बानी भी दूँगा
माँ तुझे सलाम.......
भारत माँ की जय
#mhicha
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