Thursday 24 March 2016

क्या एक मध्यम वर्ग का परिवार एक बच्चे को गोद ले सकता है?


अक्सर रोजाना हम कितने ही बच्चो को सड़को पर जीवन यापन करते देखते हैं और सिर्फ़ निराशा व्यक्त करते हुए आगे बढ़ जाते हैं| कई सारे अनाथ बच्चे बहुत से सज्जनो द्वारा गोद लिए जा चुके हैं और लिए जा रहे हैं फिर भी कहीं ना कहीं मध्यम वर्ग के लोग ना जाने क्यू किसी बच्चे को गोद लेने से परहेज करते हैं और तरह-तरह के बहाने बनाते हैं….. मेरे एक मित्र से इस विषय पर की गयी वार्तालाप की कुछ झलकियाँ

मैं: भाई शादी के बाद बच्चो के बारे में क्या सोचा है?
मित्र: भाई सोचना क्या है
मैं: अगर एक बच्चा अपना और एक गोद लिया जाए तो?

मित्र: क्या कह रहा है भाई? क्यू दोनो अपने हो तो क्या बुराई है?

मैं: भाई बुराई तो कुछ नही है पर जब तू दो बच्चो का पालन पोषण कर सकता है तो क्यूँ ना साथ में एक ऐसे बच्चे का पालन पोषण कर जिसे वाकई में तेरे परवरिश की और एक परिवार की ज़रूरत हो? इसमे भी कोई बुराई नही है| क्यूँ क्या कहता है?

मित्र: अरे भाई! समाज क्या कहेगा?

मैं: भाई क्या समाज कल तेरे बच्चो का पेट पालने आएगा? तुझे ही उनकी परवरिश करनी है और जिस बच्चे को तू गोद लेगा वह भी तो समाज का ही हिस्सा है| तो फिर इसमें समाज को कोई परेशानी नही होनी चाहिए| तू कोई बुरा काम नही कर रहा एक अनाथ बच्चे को अपनाकर|ऐसा करके तू खुद एक मिशाल बनेगा, समाज में, जिससे और लोग भी अन्य बच्चो की परवरिश को आगे आएँगे|

मित्र: ठीक है यार पर घर वाले नही मानेंगे; उन्हे कैसे मनाऊँगा?
मैं: भाई सबसे पहले तो तुझे खुद पर भरोसा होना चाहिए अगर तू ऐसा काम करना चाहता है तो घर वालो को कोई परेशानी नही होनी चाहिए| अपने मा-बाप तो बच्चे के लिए किसी भी हद से गुजरने को तैयार होते हैं और यहा तक कि कभी कभी बुरे काम में भी उसे समर्थन करते हैं तो फिर अच्छे काम में क्यू मना करेंगे भला?

मित्र: चल ठीक है| अगर घर वालो को भी मना लिया तो बीवी माने ये ज़रूरी तो नही?
मैं: ठीक पूछा भाई| अगर तुझे घर का काम देखने वाली बीवी चाहिए या फिर और किसी काम में माहिर तो शादी से पहले उसका पूरा ब्यौरा निकाल कर ही शादी करते हो ना तो इतने अहम फ़ैसले पर बात करनी भी ज़रूरी है शादी से पहले| जिस भी लड़की से तू शादी करेगा  वो लड़की हमेशा तेरे साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वाली होनी चाहिए| क्या तुझे नही लगता कि तुझे पहले ही इस बारे में बात करनी चाहिए?

मित्र: अरे कहना आसान है पर नही हो पाएगा यार|
मैं: क्यू ? तुझे खुद पर विश्वास नही क्या?

Wednesday 23 March 2016

सबकी होली, सुरक्षित होली, खेलो मगर प्यार से।




रंगों के रंग में रंग जाना है
दिलों को दिलों से मिल जाना है
भूले से दिल दुखे किसी का तो माफ करना
इस होली में हर गिला शिकवा भूल जाना है

धोना है पानी से मन का मैल
लाल भाल माथे पर सजाना है
लाल गुलाल और हरे अबीर से
श्वेत गगन को तिरंगा बनाना है

होलिका तो जली थी कभी पर उसकी बुराई
आज भी फन फैलाये है समाज में
उस बुराई को मिटाना है इस होली में
दिलों को दिलों से मिलाना है

प्रेम का पर्व है, होली, पवित्र त्योहार है
खूब खेलो, होली, हमारे संस्कार है
प्यार बाँटो, रंग उङाओ, पानी की बौछार करो
मैल मिटाओ हर मन से, दिलों में अपने प्यार भरो।

सभी मित्रों को हेम चंद्र तिवारी एवं परिवार की ओर से पवित्र होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ। सबकी होली, सुरक्षित होली, खेलो मगर प्यार से।

धन्यवाद।
Amazingthou.blogspot.com
Dream Nation Association of India

Monday 21 March 2016

आल इंडिया ड्रीम नेशन एसोसिएशन की अपील


आल इंडिया ड्रीम नेशन एसोसिएशन
हम सभी लोग जानते हैं कि हमारे देश के बहुत से हिस्सों में लोगो के पास ऐसी अर्थव्यवस्था नही है जिससे वो अपने जीवन में और अपने देश के लिए कुछ कर सकें, उन्हें मदद की ज़रूरत होती है अपने इंटेरेस्ट को करियर बनाकर देश का नाम रोशन करने के लिए| ऐसे में कुछ लोगों की भूख से, या बीमारी से और या फिर किसी अन्य कारण से मृत्यु हो जाती है| हो सकता है उस वक़्त हमने अपने देश का एक अनमोल रतन खो दिया हो| बहुत से लोगो को इस बात की जानकारी भी होती है और वो ऐसे लोगो की मदद भी करना चाहते हैं लेकिन हम अकेले तो इतने सारे लोगो की सहायता नहीं कर सकते ना! इसलिए हमने सोचा किअगर हम सब मिलकर कुछ करना चाहें अपने देश के लिए तो हमें एक साथ मिलकर ये काम करना होगा और इसी वजह से हमने शुरू किया हैआल इंडिया ड्रीम नेशन एसोसिएशन, ताकि हम-आप सभी मिलकर अपनी सहायता के द्वारा देश को आगे बढ़ने में मदद कर सकें और एक कदम बदायें उन्नति और समाज कल्याण की ओर|

हम लोग जब किसी बाज़ार से गुज़रते हैं, या स्टेशन पर रुकी किसी बस में होते हैं और या किसी रेलवे स्टेशन में खड़े होते हैं तो हम देखते हैं कि छोटे-छोटे बच्चे पैसे माँगने आते हैं| कुछ लोग उन्हें पैसे दे देते हैं और कुछ लोग ये कहकर भगा देते हैं  कुछ काम नहीं कर सकते क्या?” मेरी समझ से दोनो ही बातें ग़लत हैं| बच्चों को पैसे देने से उनकी आदतें खराब हो सकती हैं और वो ग़लत राह पर जा सकते हैं और दूसरी स्थिति में जब हम उन्हे डाँट कर भगा देते हैं, यहाँ पर सोचने वाली बात है क्या हमारे माता-पिता ने बचपन में हमको वो सब नही दिया जो हम चाहते थे? पर उन बच्चों का क्या जिनके माता-पिता ही नहीं हैं? अगर हमारे भी माता-पिता नहीं होते तो शायद हम भी सड़कों पर भीख माँग रहे होते या कुछ और कार्य कर रहे होत;पर जाहिर है कि इस समय इन बातो पर बात नही कर रहे होते| ऐसे में ज़रूरत है सोचने की और उन बच्चों को समझाकर उनके जीवन को सही दिशा प्रदान करने की ताकि उनकी प्रतिभा सही जगह पर प्रयोग में लाई जा सके और आगे चल कर वो भी किसी के काम आ सके|
दीप्ति पंत
सदस्या
आल इंडिया ड्रीम नेशन एसोसिएशन

Saturday 19 March 2016

DREAM NATION ASSOCIATION OF INDIA

DREAM NATION ASSOCIATION OF INDIA: A GROUP OF INDIVIDUALS
DIRECT HELP TO CHILDREN FOR THEIR EDUCATION


I'm glad to share with all of you that my dream is going to become true to establish an NGO soon. Recently we are introducing our concept of Child Education, Adoption and Partially Adoption via our online portal, a website DNAINDIA.ORG which will be published soon. The Dream Nation Association of India is a group of such individuals who are willing to work for social welfare with continuing their jobs and other occupations. We believe that we will see one day wholly eduacted and healthy society in India. We are introducing a chain system to join person to person and same for our funding. The person can donate us either monthly, annually or occassionaly. The whole transaction and expenditure will be published on our website dnaindia.org soon. We are here to connecting the donor to the beneficiary child via our concept. All details about the child, his past, present improvement by our efforts and all activites in future will be published online. If you have any suggestions and queries regarding this concept please write us at dnaofindia@gmail.com

We are always here to assist you. You can also be our volunteer and share our concept throughout the country. If you have any info regarding the child who's seeking help, please contact us. Here's my personal account details which is recently opened only for this purpose and soon will be transferred on the name of our upcoming registered NGO The DNA( DREAM NATION ASSOCIATION) of INDIA.

ACCOUNT DETAILS
A/C HOLDER NAME
HEM CHANDRA TIWARI
A/C NO. 35641187241
SBI BRANCH: NIZAMPUR, MAHARASHTRA, INDIA
IFSC CODE: SBIN0018052
(Disclaimer: Our firm is not registered yet. This account is for temporary purpose which will be soon transferred to our upcoming registered organization DNAof INDIA. If you have any doubt feel free to contact us at dnaofindia@gmail.com or on whatsapp no 08793641699, 08446550543, 07500975575.)

Please like our facebook page DREAM NATION ASSOCIATION OF INDIA
Please join us on facebook group DREAM NATION ASSOCIATION OF INDIA.

BE A PART OF OUR CONCEPT TO BUILD A HAPPY AND EDUCATED SOCIETY.

CHILDREN ARE THE CELLS OF COUNTRY AND EDUCATION IS THE DNA

Wednesday 16 March 2016

अपने अस्तित्व को पहचानो



तुम चाहो तो मान को

अभिमान से ऊँचा उठा लो

अपने आँचल की ओट में

सब दर्द छुपा लो

हैं राह में रोड़े बहुत

आगे ना बढ़ने देंगे

विश्वास अडिग रखना

मन को ना फिरने देना

धैर्य धरने को

पदचिह्न तुम बना लो

सौगंध है सुधा की

इस यश को संभालो

हो सके अगर तो

अपने अस्तित्व को पहचानो|
BY
VARUN KUMAR MAURYA
CLASS- 11TH
LAKES INTERNATIONAL SCHOOL
BHIMTAL, UTTARAKHAND

कई भाई लोग साथ आ रहे हैं, अच्छा लग रहा है, एक नया भारत दिख रहा है। आजाद हिंद के सपनो का अब फिर परचम लहरा है। उन्नति के शिखरों में अब राज्य ह...