Monday 29 June 2015

तू जान ले इतना कहीं भगवान भी है

19 .तू जान ले इतना  कहीं भगवान भी है


 

कड़कती धूप भी है कहीं पर छाँव भी है
कहीं वीरान सी धरती बसे कहीं गांव भी है
चमकती सूर्य की किरणों से खिलखिलाता समंदर भी है
डूबे है कई लोग जिनपे नाव भी है
ठिठुरती ठण्ड है तो कही धधकती आग भी है
बने परछाइयों से वक़्त की पहचान भी है
भले तू चाह ले कितना समझना जानना इसको
भले तू जान ले लिखावट पढ़ ले पूरी पुस्तक को
बदल दे तेरे होने के दावे इस दुनिया में आने के
खिलाफत कर बगावत कर या चाहे बन जा सिकंदर तू
तू जान ले इतना कहीं भगवान भी है

तूने नाप ली धरती तो आसमान अब भी बाकी है
उसके वजूद को झुठलाने का तेरा सपना अब भी बाकी है
तुही है धर्म का रक्षक तुही पापो का सागर है
तुझी में बस रहा इंसान तुझी में हैवान भी है
ये मायाजाल दो तरफ़ा है जो देखे वो दिखायेगा
चाहे   निकलना   बाहर   तू   धंसता ही   जायेगा
दिखे है चार क़दमों की दूरी पर तेरी मंज़िल की राहें जो
वही रेत में धंसते तेरे दो पाँव भी है

मिले जो वक़्त थोड़ा सोचे बैठ ये छोटी सी दुनिया
यही तो राह है तेरी यही तेरी मंजिल भी है
यही नफरत की आंधी है तो प्यार का साहिल भी है
यही चलना संभलकर है तुझे यही भटकना भी है
कही सर झुकाना है तो कही झपटना भी है
ये अन्धो की दुनिया है जो आँख वाले हैं
ये बहरों की दुनिया है जो कान वाले हैं
कुछो में बख़्शी है ताकत नेकी की उस बनाने वाले ने
तभी भगवान कहलाने वाले कई इंसान भी हैं

by
Hem Chandra Tiwari
'MHICHA'

Sunday 28 June 2015

LOVE POETRY:Dreaming of you

Dreaming of you

Dreaming of you
Every time every day
In my whole life
I’m dreaming of you

On my left side
Walking in the street
Staring on you
I’m staring on you

Your pinky lips utter the song of love
Your long golden hair, feel me shade of love
Your deep talking eyes says every time to me
That
Feel me my boy, sit on your knee
And say you love me
Never had I asked you to be with me

Pumping inside my heart
Veins almost to burst
Feeling in whole my soul
Is it love or just a misconception?

I couldn’t escape, days passed one by one
A day
A day longer than a year
A year longer than an era
I came to know
It was you

The only girl who realize me
Why I’m here in this world
That is you
I’m here to care for
I’m here to loyal for
I’m here to be friend of you
I’m here to love you
Only you

I’m dreaming of you
Every time every day
In my whole life
I’m dreaming of you

On my left side
Walking in the street
Staring on you
I’m staring on you
I’m dreaming of you
I’m dreaming of you



by
Hem Chandra Tiwari
'MHICHA'

Saturday 6 June 2015

कैसे कह दूँ


कैसे कह दूँ

कैसे  कह दूँ ये रात अपनी है
कैसे कह दूँ ये दिन अपना है
धड़कता है सिर्फ तेरे लिए, फिर
कैसे कह दूँ ये दिल अपना है

कभी सपनो में मुलाकात हुआ करती थी
कमबख्त अब तो नींद है कोई सपना है
अकेले बैठ कर भी सोचूँ तुझे हर पल
फिर कैसे कह दूँ ये लम्हा अपना है

जमीन की गहराईयों में आकाश के खालीपन में
जो मेरी आवाज कहीं खो सी जाती है
तेरा ही नाम निकलता है लफ्ज़ बनकर, फिर
कैसे कह दूँ ये अलफ़ाज़ अपना है

उम्मीदें ख़त्म भी हुई तो मुकाम--दिल्लगी पर
जिसे चाहा खुदा से बढ़कर पूरी जिंदगी भर
संजोये ख्वाब थे उसने दिल में अपने यार के
कैसे कह दूँ यही वो यार अपना है

खिलाया फूल जो मैंने पलक की सेज पर अपने
ज़माने भर में खुशबू बांटता वो रोज रहता है
तोड़ ले जायेगा उसको कोई अपन घर की चौखट पर
कैसे कह दूँ कभी खिलाया था वो फूल अपना है

इन गलियों में जितने देखता हूँ लोग चलते में
तेरी ही शक्ल दिखती है उन तमाम चेहरों में
मिले है गम इन्हें देखूँ जो रोज जिंदगी में, फिर
कैसे कह दूँ तू मेरी है तू पुराना प्यार अपना है




by
Hem Chandra Tiwari
'MHICHA'


कई भाई लोग साथ आ रहे हैं, अच्छा लग रहा है, एक नया भारत दिख रहा है। आजाद हिंद के सपनो का अब फिर परचम लहरा है। उन्नति के शिखरों में अब राज्य ह...