गुजरात दंगों के लिये कौन जिम्मेदार है?
किसने किया, क्यों किया, गुजरात दंगों के लिये कौन जिम्मेदार है? क्या यह एक राजनीतिक षङयंत्र था या धार्मिक बवंडर? ये बातें आज भी पचाये नहीं पचती। पर एक आम आदमी जो गुजरात दंगों में मारे गये हजारों इंसानों की तरह ही निर्दोष एवं लाचार है, उसके लिये ये प्रश्न कोई मायने नहीं रखते। वह बस इतना जानता है कि दंगों में कितने निर्दोष लोग मारे गये, चाहे वो हिन्दू हों या मुस्लिम, कैसा हैवानियत का नंगा नाच किया गया। जो ऐसी ही सोच रखता है वह है एक आम इंसान, जो हर काम करने से पहले उसके नतीजे भाँप लेता है।
किसने किये दंगे- हमने हम सभी ने मिलकर
धर्म के पाखंडियों का स्वार्थ सिद्ध करवाने वाले कौन थे- हम
अपनों का खून बहाने वाले कौन थे- हम
बच्चों को जिंदा जलाने वाले कौन थे- हम
और शोक मनाने वाले भी हम ही हैं।
हमें दरअसल उस परमपिता परमेश्वर ने दिल और दिमाग तो दिया पर कैसे उपयोग किया जाना है यह नहीं सिखाया। हम सिर्फ दूसरों के कहे पर चलते हैं और शायद आगे भी ऐसा ही करते रहें।
साबरमती ट्रेन में 58 लोगों को जिंदा जला देना और उसके बाद मौत का नंगा नाच, वाकइ आज भी दिल दहला देता है। आज भी लोगों की आँखों में वह खौफनाक मंजर के दृश्य जाग उठते हैं जब कभी फिर से सांप्रदायिक लोग गढे हुए मुर्दों में प्राण फूँकने की कोशिश करते दिखाई देते हैं। हिंदू कहते हैं कि हमारे लोगों का कत्ल हुआ और मुस्लिम कहते हैं कि हमारे लोगों का कत्ल हुआ पर सत्य तो यह है कि जब-जब पत्थर से पत्थर टकराता है, दोनों ही टूटकर बिखर जाते हैं। सत्य को सभी जानते हैं कि गुजरात दंगों में जहा 750 मुस्लिम समुदाय के लोग मरे थे तो वहीं लगभग 250 हिंदू समुदाय के लोग भी दंगों का शिकार हुए थे, ऐसे में सिर्फ यह कहना कि कि कोई एक कौम ही इन सबके लिए जिम्मेदार है, समझदारी नहीं है; अपितु इसके उन आस्तीन के साँपों को पहचानना एवं उनसे बचना जरूरी है जो सांप्रदायिकता के विषैले विष से समाज, देश और विश्व में बंधुत्व की भावना को हर रहे हैं।
Blogger
Hem Chandra Tiwari 'MHICHA'
amazingthou.blogspot.com
No comments:
Post a Comment