जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
सुख की चांदी जाती रहेगी गम की आंधी आती रहेगी
नए पल की शुरुआत न जाने तू अनजाने तू अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
इस पल जो भी पा न सका तू सपने सच जो बना न सका तू
इसके पीछे का राज न जाने तू अनजाने तू अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
इसके पीछे का राज न जाने तू अनजाने तू अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
जिसको अपना बना न सका तू जिसके दिल में समां न सका तू
वो तेरी परवाह क्या जाने तू अनजाने तू अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
वो तेरी परवाह क्या जाने तू अनजाने तू अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
तेरे मन जो ज्योत जागेगी गम की चादर वही फटेगी
अपने मन का विश्वास न जाने तू अनजाने तू अनजाने
गम की आंधी जाती रहेगी ओ अनजाने ओ अनजाने
सुख की चांदी आती रहेगी ओ अनजाने ओ अनजाने
अपने मन का विश्वास न जाने तू अनजाने तू अनजाने
गम की आंधी जाती रहेगी ओ अनजाने ओ अनजाने
सुख की चांदी आती रहेगी ओ अनजाने ओ अनजाने
जिंदगी का सार न जाने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
फिर क्यों ऐसे हार है माने तू अनजाने तू अनजाने
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