Monday, 5 October 2015

हमारी सच्ची खुशियाँ

अनंत प्रकाश, उज्ज्वल और तीव्र, दृश्यमान करता है-संसार को|
जो रात के अंधेरों में कहीं खो सा जाता है|
पर-
जीवन को देखने और समझने के लिए अंतर्मन की एक किरण ही पर्याप्त है|
 
समय बांधता नहीं, समय साधता है- प्रयासों को|
समय पर, समयानुसार किए जाने वाले कर्म जीवन का मूल आधार हैं
और मार्ग है उस शिखर पर पहुँचने का, जिस शिखर पर हर कोई पहुँचना चाहता है|
 
सहज कुछ भी नहीं होता, हमें खोजना होता है- वह पथ|
जो मिलाता है- हमें- हमसे
जो हमें हमारे सपनों की ओर अग्रसर करता है|
वे स्वप्न जिन पर हम विश्वास करते हैं
और जिन्हें हम अनुभव करते हैं
जिसे हम जीते हैं- हर सांस में, हर पल, हर क्षण
 
पर आवश्यकता है उस किरण को देखने की और महसूस करने की
जो अंतर्मन से उठकर चलती हैं
और हमें खुशियों का आभास करती है
 
हमारी सच्ची खुशियाँ
जिसे हमने कभी चाहा है और आख़िरी दिन तक चाहते रहेंगे|



by
Hem Chandra Tiwari
'MHICHA'

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